By : सत्यम मिश्रा
उजियारपुर प्रखंड के लोकसभा विधानसभा पूर्वोत्तर वाले पंचायतों को प्रखंड मुख्यालय, रेलवे स्टेशन, थाना, एनएच28 सातनपुर बाजार आदि से जोड़ने वाली धमुआ चौक के पास जर्जर सड़क की स्थिति.
सातनपुर चौक से उजियारपुर के रास्ते बेलारी होेते हुए समस्तीपुर जाने वाली सड़क इन दिनों काफी खतरनाक स्थिति में पहुंच चुकी है। एक तो पहले से ही यह पूरी तरह जर्जर थी। ऊपर से बारिश के कारण जगह-जगह सड़क पर बने गड्ढे में जल जमाव हो गया है।
समस्तीपुर, जासं। वैसे तो बारिश के समय कई सड़कों पर जल जमाव होना आम बात है। परंतु उजियारपुर प्रखंड मुख्यालय आने के लिए एक भी सड़क ऐसी नहीं है जिसपर पानी लगा न हो। वहीं सड़क टूटकर गड्ढे का रूप ले लिया है। यहां आनेवाले लोगों की रूहें कांप जाती है। सातनपुर चौक से उजियारपुर के रास्ते बेलारी होेते हुए समस्तीपुर जाने वाली सड़क इन दिनों काफी खतरनाक स्थिति में पहुंच चुकी है।
एक तो पहले से ही यह पूरी तरह जर्जर थी। ऊपर से बारिश के कारण जगह-जगह सड़क पर बने गड्ढे में जल जमाव हो गया है। जिसके कारण प्रतिदिन राहगीर कहीं न कहीं दुर्घटना के के शिकार होते हैं। लोगों का कहना है कि बिहार में शायद ही इतनी जर्जर कोई सड़क होगी। इस जर्जर सड़क की मरम्मत कराने के लिए आज तक न तो कभी स्थानीय सांसद सह केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने आवाज उठाई और न ही स्थानीय विधायक आलोक कुमार मेहता ही।
इस क्षेत्र के लेागों ने सैकड़ों बार दोनों जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ बीडीओ, सीओ से लेकर जिलाधिकारी तक को अवगत कराया। लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। इस वजह से सांसद, विधायक के साथ-साथ जिला प्रशासन के प्रति भी यहां के लोगों में भारी आक्रोश है।बता दें कि यह सड़क जिले की रिंग रोड है। समस्तीपुर बस स्टैड से डीआरएम ऑफिस होते हुए बेलारी के रास्ते उजियारपुर तक जाती है। वहां से सातनपुर एनएच 28 को क्राॅस करते हुए सरायरंजन। फिर वहां से सरैया पुल, रामापुर महेशपुर होते हुए ताजपुर तक जाती है। ताजपुर से यह आधारपुर-कर्पूरीग्राम होते हुए समस्तीपुर बस स्टैंड तक पहुंचती है। इतनी महत्वपूर्ण सड़क होते हुए भी न तो जनप्रतिनिधियों को इस सड़क की चिंता है और न ही अधिकारियों को ही।
यह इतनी जर्जर सड़क है कि बिहार के सबसे खराब टॉप टेन सड़कों में यह पहले स्थान पर होगा। इस सड़क पर प्रतिदिन दर्जनों राहगीर कहीं न कहीं गिरकर जख्मी हो रहे हैं। साइकिल एवं बाइक सवार को जब इस सड़क से होकर गुजरने की मजबूरी होत है तो उनकी रूह कांप जाती है।भगवानपुर कमला पंचायत स्थित वैदेही कन्या उच्च विद्यालय कमला के समीप सडक पर बने पुलिया के दोनों तरफ गड्ढे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसी तरह लखनीपुर महेशपट्टी पंचायत के महेन्द्र चौक से खरतुहा गांव तक की सडक जानलेवा बन चुकी है। सातनपुर पशु हाट के समीप पिछले दो महीने से सड़क पर डेढ से दो फीट पानी लगा है, लेकिन आज तक उसकी निकासी की व्यवस्था प्रशासन ने नहीं की। ग्रामीणों का कहना है कि इस पथ से प्रतिदिन प्रशासन की गाड़ी से लेकर जनप्रतिनिधि गुजरती है। लेकिन अब तक किसी ने भी इसकी सुधि नहीं ली। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
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