म.प्र. की राजधानी भोपाल के "भोजपाल महोत्सव मेला" ने इस वर्ष एक बार फिर अपनी चमक बिखेरी, जिसमें कला, संस्कृति और मनोरंजन का अद्वितीय मिश्रण देखने को मिला। 15 नवंबर से 29 दिसंबर तक लगा यह मेला अब 5 जनवरी तक रहेगा। यह न केवल भोपालवासियों के लिए, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है । रोजाना लाखों की संख्याओं में जुट रही लोगों की भीड़ ने मेले को और खास बना दिया है। 'भेल जनसेवा समिति' द्वारा भेल दशहरा मैदान, गोविंदपुरा में आयोजित यह मेला अपनी कला, संस्कृति और भीड़ की अद्भुत संगम को लेकर काफी सुर्खियों में है।
• भोजपुरी कलाकारों का धमाकेदार प्रदर्शन
इस महोत्सव में भोजपुरी संगीत की दुनिया के जाने-माने कलाकार गुंजन सिंह, निशा उपाध्याय और शहनाज अख्तर जैसे मशहूर कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। गुंजन सिंह ने अपने लोकप्रिय गानों से समां बांध दिया, निशा उपाध्याय ने अपनी सुमधुर आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, तो वहीं शहनाज अख्तर ने अपने भजनों से इस पूरे महोत्सव को भक्तिमय बनाया। इनके अलावे और अन्य कलाकारों के कार्यक्रम में भी उमड़ी भारी भीड़ ने मेले के माहौल को और भी खास बना दिया।
• रोजाना लाखों की भीड़ का आकर्षण
भोजपाल महोत्सव मेला में रोजाना दो से ढाई लाख लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई, जो इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, खान-पान के स्टॉल, हस्तशिल्प प्रदर्शनी, और मनोरंजन के विभिन्न प्रकार के झूले, विद्यार्थियों के लिए अलग अलग तरह की किताबों ने लोगों को आकर्षित किया।
• भोपाल पर महोत्सव का प्रभाव
इस महोत्सव ने भोपाल की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों पर सकारात्मक प्रभाव डाला। मेले में आए व्यापारियों और स्थानीय विक्रेताओं को बिक्री का बड़ा अवसर मिला। इसके अलावा, बाहर से आए पर्यटकों ने होटल और परिवहन सेवाओं को भी लाभ पहुंचाया। सांस्कृतिक रूप से भी, यह मेला भोपाल की पहचान को और मजबूत करता है। भोजपाल महोत्सव ने न केवल स्थानीय कलाकारों को मंच दिया, बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को भी जोड़ने का अवसर प्रदान किया।
भोजपाल महोत्सव मेला कला और संस्कृति के माध्यम से समाज को जोड़ने का एक अद्वितीय उदाहरण है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भोपाल को समृद्ध करने का माध्यम भी है। आने वाले वर्षों में, इस महोत्सव को और भी भव्य बनाने की उम्मीद है।