सरायरंजन: शशिनाथ झा हत्याकांड मामले का मुख्य सरगना राजेश पाल हुआ गिरफ्तार।

By : सत्यम मिश्रा

समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र अंतर्गत उदा के पूर्व मुखिया शशिनाथ झा हत्याकांड मामले का मुख्य आरोपी राजेश पाल हुआ गिरफ्तार। झारखंड के गोड्डा पुलिस ने बंधन बैंक लूटकांड मामले में आरपीएफ के सहयोग से उसे लोहरदगा से उसके अन्य साथी के साथ किया गिरफ्तार। आपको बता दूं कि राजेश पाल के साथ कल्याणपुर निवासी बंबे यादव जो की राजेश पाल के साथी हैं, प्रशासन ने उन्हें भी अपने गिरफ्त में ले लिया है।


मिली जानकारी के अनुसार राजेश पाल पर सिर्फ मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में लगभग एक दर्जन से भी अधिक मामले दर्ज हैं। राजेश पाल पूरे समस्तीपुर जिला में अपराध की दुनियां का बेताज बादशाह बन चुका है। झारखंड के गोड्डा पुलिस ने जब इसे गिरफ्तार किया तब इसकी सूचना मिलते ही समस्तीपुर पुलिस अपने दल बल के साथ गोड्डा गई है। राजेश पाल की तलाश समस्तीपुर पुलिस को काफी अर्से से थी । गुड्डा में इसकी गिरफ्तारी के बाद अब समस्तीपुर पुलिस भी राजेश पाल को रिमांड पर लेने की तैयारी में है।


आपको बता दूं कि पिछले कई वर्षों से हुए अपराध की घटना में खासकर हत्या लूट व रंगदारी के मामले में राजेश पाल का नाम सुर्खियों में था मुसरीघरारी थाना मैं इस पर लगभग कुल 1 दर्जन से भी अधिक मामले दर्ज हैं। इसमें तीन हत्या के मामले में राजेश पाल नामजद है। इसके अलावा रंगदारी लूट व आर्म्स एक्ट के मामले भी दर्ज हैं। समस्तीपुर पुलिस प्रशासन की मानें तो अधिकतर मामले में राजेश पाल फरार चल रहा था। मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के पूर्व मुखिया शशीनाथ झा हत्याकांड मामले के अलावा मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के ही उदापट्टी गांव में रंगदारी के लिए गल्ला व्यवसाई चंद्रभूषण प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा रंगदारी के और भी कई मामले इसपर दर्ज हैं। 


समस्तीपुर पुलिस प्रशासन दबिश बढ़ने के कारण आरोपी ने अपना रुख झारखंड की ओर कर लिया जहां उसने लोहरदगा को अपना सेल्टर बनाया। राजेश पाल वहां एक मान्य फ्लैट में रह कर सरगना चलाता था। जानकारी के अनुसार इसमें सरगना रवि रंजन उर्फ बादशाह उर्फ निशांत के साथ मिलकर अपराध की योजना बनाता था। इसी क्रम में अपने गुर्गे के साथ मिलकर बंधन बैंक लूट कांड घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद झारखंड के गोड्डा पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया।


समस्तीपुर पुलिस की माने तो रविरंजन, राजेश पाल एवम् बंबे कुमार शातिर अपराधी है वहीं वे एक बार किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना ले तो तुरंत उस पर अमल कर देता था। समस्तीपुर पुलिस प्रशासन के लिए राजेश पाल सिरदर्द बना हुआ था। पुलिस को आरोपी के पास से कई अहम सुराग नंबर मिले हैं।

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