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Credit: Hind360 |
समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण,, रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत हो रहे कार्यों में धांधली के विरोध में ग्रामीण विजय झा का अनशन अब चौथे दिन में प्रवेश कर चुका है। उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है, और फिलहाल उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जारी है।
हालांकि, विजय झा की बिगड़ती स्थिति के बावजूद, प्रखंड और जिला स्तर के किसी भी अधिकारी ने अभी तक उनसे मुलाकात नहीं की है। यह प्रशासन की उदासीनता को उजागर करता है, जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। विजय झा ने मनरेगा योजनाओं में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ यह कदम उठाया है, जिससे उनकी इस साहसी पहल को व्यापक समर्थन मिल रहा है।
इस बीच, एलजेपी (लोक जनशक्ति पार्टी) के समस्तीपुर जिला उपाध्यक्ष रौशन कुमार झा ने विजय झा के प्रति अपना समर्थन जताया है। उन्होंने कहा, "मैं और मेरी पार्टी के लोग विजय झा के साथ हैं। हमारे द्वारा जो भी सहायता संभव हो सकेगी, हम करेंगे।"
इस घटना से न केवल मोरवा प्रखंड बल्कि पूरे समस्तीपुर जिले में चर्चा हो रही है। विजय झा की मांगें पूरी होंगी या नहीं, यह तो समय बताएगा, लेकिन उनकी दृढ़ता और संघर्ष ने इस मुद्दे को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
यह अनशन प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करने से उनकी नाराजगी बढ़ सकती है। मनरेगा जैसी योजनाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना आवश्यक है, ताकि ग्रामीणों को उनका हक मिल सके।