मनरेगा भ्रष्टाचार के खिलाफ विजय कुमार झा का आमरण अनशन समाप्त


समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड के मोरवा उत्तरी पंचायत निवासी विजय कुमार झा ने 14 अगस्त 2024 को मनरेगा योजना में हो रही भ्रष्टाचार की जांच के लिए आमरण अनशन शुरू किया था। इस अनशन का आज छठवां दिन है, और आज मोरवा प्रखंड विधायक रणविजय साहू व मोरवा उत्तरी पंचायत के मुखिया अरमान अली भी उनके समर्थन में उपस्थित हुए।

विजय कुमार झा के इस धरने की शुरुआत से ही उनकी स्थिति बिगड़ने लगी थी, लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखी। विजय कुमार झा ने मनरेगा भवन पर हो रही अनियमितताओं और लूट की जांच की मांग को लेकर यह अनशन किया था। उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प ने इस मुद्दे को जन-जन तक पहुँचाया और इसने प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया।

अनशन के छठे दिन, उप विकास आयुक्त ने मनरेगा कार्यपालक अभियंता को एक लेटर लिखा है, जिसमें विजय कुमार झा के परिवाद पत्र की जांच के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। यह कदम प्रशासन की ओर से भ्रष्टाचार की गंभीरता को समझने और उचित कार्रवाई करने का संकेत है।

विजय कुमार झा की अनशन समाप्ति के साथ, अब यह उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन इस मामले की गहराई से जांच करेगा और मनरेगा योजना में हो रहे अनियमितताओं को ठीक करने के लिए ठोस कदम उठाएगा। उनके इस संघर्ष ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया है और यह उम्मीद है कि इससे भविष्य में प्रशासन की जिम्मेदारी और पारदर्शिता में सुधार होगा।

यह घटना हमें यह सिखाती है कि सच्ची निष्ठा और बलिदान से समाज में बदलाव लाया जा सकता है। विजय कुमार झा के इस संघर्ष के प्रति हमें सम्मान और समर्थन देना चाहिए और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह की समस्याओं को सही समय पर हल किया जाए।



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